बिलासपुर प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, श्रीविहार अशोक नगर, सरकंडा में “आध्यात्मिक गीता ज्ञान महोत्सव” का भव्य शुभारंभ हुआ। “श्रीमद भगवत गीता का सार खुशहाल जीवन का आधार” विषय पर आधारित यह कार्यक्रम 2 से 8 नवंबर तक प्रतिदिन शाम 3 से 6 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में मध्य प्रदेश की राजयोगिनी भारती दीदी श्रीमद भगवत गीता का सार प्रस्तुत कर रहीं हैं। साथ ही प्रतिदिन सुबह 5.30 से 7 बजे तक म्यूजिकल एक्सरसाइज मेडिटेशन एवं ‘खुशनुमा जीवन’ शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें लोग तन और मन की शांति के उपाय सीख रहे हैं।
प्रवचनकर्ता राजयोगिनी भारती दीदी ने बताया कि पहली बार बिलासपुर में प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा श्रीमद भगवत गीता ज्ञान का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को अपने धर्मग्रंथों का गहराई से अध्ययन कर जीवन को श्रेष्ठ बनाने की प्रेरणा देना है। उन्होंने कहा कि “सिर्फ प्रवचन, कथा और सत्संग से कल्याण नहीं होता, बल्कि श्रेष्ठ विचारों और श्रेष्ठ आचरण का जीवन में समावेश आवश्यक है। श्रीमद भगवत गीता हर समस्या चाहे वह मानसिक, पारिवारिक, राष्ट्रीय या वैश्विक हो का समाधान देती है।
दीदी ने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे प्रतिदिन श्रीमद भगवत गीता के श्लोकों का अध्ययन करें और उनमें बताए गए संयम और अनुशासन को जीवन में आत्मसात करें।
राजयोगिनी भारती दीदी का परिचय
बाल्यकाल से ही आध्यात्मिक प्रवृत्ति रखने वाली भारती दीदी ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद बीते 20 वर्षों से समाज के उत्थान हेतु अपना जीवन समर्पित कर दिया है। उन्होंने अनेक राज्यों मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र और राजस्थान में गीता ज्ञान शिविरों का संचालन किया है। वे विभिन्न कॉलेजों, स्कूलों एवं संस्थाओं में अपने प्रेरणादायी व्याख्यानों के माध्यम से हजारों लोगों को तनावमुक्त, स्वस्थ और आनंदमय जीवन की दिशा में प्रेरित कर रही हैं। दीदी द्वारा आयोजित “जिंदगी बने आसान” शिविरों से डायबिटीज, हृदय रोग एवं मानसिक तनाव जैसी बीमारियों से जूझ रहे अनेक लोगों को लाभ मिला है।

