बिलासपुर लोकसभा चुनाव के खत्म होने के बाद एक बार फिर नगरी निकाय चुनाव की सरगर्मी बढ़ने लगी है, गली मोहल्ला और चौक चौराहों पर नगर निगम, नगर पंचायत और नगर पालिका की चुनाव को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इन चर्चाओं के बीच बिलासपुर नगर निगम के लिए महापौर की दावेदारी में कई भाजपा और कांग्रेस के नेता शामिल है। जहां एक तरफ भाजपा के कई का बड़े नेता उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें टिकट मिल सकती है, वही कांग्रेस में महापौर की टिकट के लिए अरपा पार से लेकर शहर के अंदर तक कई छोटे बड़े नेता बड़े नेताओं की दरबार पर दस्तक देने लगे है। इन सब के बीच वर्तमान महापौर रामशरण यादव पहले नंबर पर देखे जा रहे हैं। माना जा रहा है कि रामशरण यादव का कार्यकाल काफी अच्छा रहा और विकास की यदि बात करें तो स्मार्ट सिटी से लेकर वार्ड तक कई ऐसे कार्य हुए हैं जिससे वहां पर रामचरण यादव को दोबारा महापौर की जिम्मेदारी सौंपने कांग्रेस तैयारी कर रही है।
बिलासपुर लोकसभा के बाद अब नगरी निकाय चुनाव में नेताओं की नजर अपनी सरकार बनाने को लेकर पैनी हो गई। महापौर, नगर पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष सहित पार्षदों की तैयारी अपने स्तर पर शुरू हो गई है। माना जा रहा है इस बार प्रदेश सरकार नगरी निकाय चुनाव में महापौर के लिए वोटिंग करवाएगी और आम जनता अपना महापौर चुनेगी। बिलासपुर नगर निगम 70 वार्डो का शहर है और इन वार्डो में कांग्रेस के पार्षद की संख्या अधिक है, यही कारण है कि पिछली राज्य सरकार ने मनोनयन के माध्यम से राज्य के नगर निगमों में महापौर मनोनीत किया था। बिलासपुर के रामचरण यादव को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बड़े नेताओं की मंशा के अनुरूप महापौर रामचरण यादव ने अपनी जिम्मेदारी पूरी की और उनका काफी अच्छा कार्यकाल रहा। आने वाले नगरी निकाय चुनाव को देखते हुए जहां कांग्रेस के अन्य नेता टिकट पाने की जुगत में लग गए हैं, वही रामशरण यादव कांग्रेस की टिकट की दौड़ में पहले नंबर पर देखे जा रहे हैं। महापौर रामशरण यादव ने अपने कार्यकाल में कई ऐसे कार्य किए हैं जिसे लेकर जनता उन पर अपना भरोसा रखती है और यही कारण है कि सर्वे के मुताबिक रामशरण यादव का नाम पहले नंबर पर आने की वजह से कांग्रेस एक बार फिर उन्हें महापौर का चुनाव लड़ने आगे कर सकती है।
बजट नहीं होने पर भी कराया विकास कार्य
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में नगर निगम को काफी कम बजट मिलता रहा और राज्य सरकार का ज्यादा पैसा स्मार्ट सिटी को जाता रहा। बावजूद इसके महापौर रामचरण यादव ने बजट को लेकर नगरी प्रशासन मंत्री सहित मुख्यमंत्री से मिलकर कई ऐसे कार्य करवाए है जिनके लिए वे विशेष बजट लेकर आए और विकास करवाई, यही कारण है कि उनकी कार्यशैली और जुझारूपन को देखते हुए कांग्रेस के उम्मीदवारों में पहले नंबर पर रामशरण यादव आते हैं।