बिलासपुर नगरी निकाय चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है पार्षद प्रत्याशियों में टिकट को लेकर दौड़ शुरू हो गई है। भाजपा कांग्रेस में पार्षद पद के उम्मीदवार अपनी-अपने चुनाव प्रचार में घूमने लगे है वहीं शहर के वार्ड 32 शाहिद विनोद चौबे नगर से पूर्व पार्षद तैयब हुसैन को टिकट नहीं मिलने पर वार्ड का मुस्लिम समाज चुनाव के बहिष्कार के मूड में आ गया है। वार्ड नंबर 32 को लेकर अब एक नई खबर सामने आ रही है। वार्ड नंबर 32 शाहिद विनोद चौबे नगर में दो बार पार्षद रहे तैयब हुसैन की उम्मीदवारी को लेकर यहां की मतदाता महिलाओं ने कांग्रेस से उन्हें टिकट दिए जाने को लेकर कहा है कि तैयब हुसैन को कांग्रेस से टिकट नहीं दिए जाने पर वो बगावत कर देंगी और चुनाव का बहिष्कार कर देंगी।
बिलासपुर नगरी निकाय चुनाव 2025 की सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा और कांग्रेस में पार्षद पद की टिकट वितरण को लेकर अब विरोध शुरू हो गया है। अटकलें सामने आ रही है कि जिन्होंने लंबे समय से पार्टी की सेवा के साथ ही कई बार पार्षद रहे नेताओं को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बना दिया है, इस बात को लेकर कई नेता बगावत में आ गए है और निर्दलीय चुनाव लड़ने को तैयारी कर रहे है। वहीं वार्ड नंबर 32 की महिलाओं ने पूर्व पार्षद तैयब हुसैन को एक बार फिर अपनी प्रतिनिधित्व की जिम्मेदारी देने की मांग को है। तैयब हुसैन इस वार्ड में दो बार पार्षद रह चुके हैं और उनके कार्यकाल में वार्ड में हुए विकास कार्यों को ध्यान में रखते हुए महिलाएं फिर एक बार उन्हें पार्षद के रूप में देखना चाहती हैं और यही कारण है कि वह कांग्रेस से टिकट दिए जाने की मांग कर रही है महिलाओं का कहना है कि इस बार तैयब को टिकट नहीं मिली तो वो वोट नहीं करेंगे और न अपने परिवार के किसी भी सदस्य को कांग्रेस में वोट करने देंगी।
मुस्लिम समाज नहीं करेगा कांग्रेस को वोट
वार्ड नंबर 32 शहीद विनोद चौबे नगर कि मुस्लिम महिलाओं ने तैयब को टिकट नहीं दिए जाने को लेकर कहा है कि यदि कांग्रेस अपना निर्णय नहीं बदलेगी तो वह कांग्रेस उम्मीदवार असद अख्तर खान (अहमद ) को वोट नहीं करेंगे, जिससे कांग्रेस की हार होगी। महिलाओं ने कहा कि जब लगातार 10 साल तैयब हुसैन इस वार्ड में पार्षद रहे तो फिर किसी अनजान चेहरे को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार क्यों बनाया। कांग्रेस का उम्मीदवार इस वार्ड का नागरिक भी नहीं है और ना ही कभी वह वार्ड कि किसी कार्य में सहयोग किया। महिलाओं का आक्रोश देखकर माना जा रहा है कि वार्ड नंबर 32 का मुस्लिम समाज पूरी तरह से कांग्रेस के इस निर्णय के विरोध में है और चुनाव बहिष्कार कर सकता है।