बिलासपुर वार्ड 32 शहीद विनोद चौबे नगर में एक बार फिर इतिहास दोहराया जा रहा है। यहां 2009 में निर्दलीय प्रत्याशी तैयब हुसैन को पार्षद के रूप में चुना गया था और एक बार फिर कांग्रेस से धोखा खाकर तैयब हुसैन निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद गए हैं। वह इस बार सिलाई मशीन छाप में चुनाव लड़ रहे हैं और उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने से फिर एक बार वार्ड में वही माहौल नजर आ रहा है जो 2009 में माहौल था। शहीद विनोद चौबे नगर की जनता ने उन्हें 2009 में मतदान कर पार्षद का ताज पहनाया था, तब से लेकर लगातार 10 साल तक तैयब हुसैन इस वार्ड के पार्षद रहे और विकास की गंगा बहती रही, लेकिन पार्टी के कुछ गलत निर्णय की वजह से उन्हें पिछले चुनाव में अपना वार्ड बदलना पड़ा था और यही कारण है कि शहीद विनोद चौबे नगर में कांग्रेस की पार्षद स्वर्णा शुक्ला ने 5 साल तक यहां पार्षद कार्यकाल पूरा किया, लेकिन वार्ड में वह विकास जनता को देखने को नहीं मिला जो विकास पार्षद तैयब हुसैन के कार्यकाल में हुआ था। यही कारण है कि इस बार फिर आम जनता ने उन्हें समर्थन के साथ ही अपना बहुमूल्य वोट देने का निर्णय कर लिया है और तैयब फिर एक बार चुनावी मैदान में उतर गए हैं।
बुजुर्गों की समस्या सुनी और खत्म करने का किया वादा
मंगलवार को पार्षद तैयब हुसैन ने अपना जनसंपर्क करते हुए पुलिस लाइन रोड स्थित वृद्ध आश्रम पहुंचे। यहां वह जनप्रतिनिधि के रूप में नहीं बल्कि यहां रहने वाले बुजुर्गों की आश बनकर पहुंचे और उनकी समस्याएं जानी। यहां रहने वाले बुजुर्ग वो है जो कभी अपने परिवार के साथ रहा करते थे लेकिन विपरीत परिस्थितियों और अपनों से ठुकराया जाने के बाद वह अब यहां अपनी जिंदगी के दिन काट रहे हैं। बुजुर्गों ने बताया कि वार्ड की समस्याओं के साथ थी उनके आश्रम के आसपास भी काफी सारी समस्याएं हैं, जिसकी वजह से उन्हें यहां रहने में कुछ असुविधा हो रही है, साथ ही बाहर निकल कर घूमने फिरने में भी समस्याएं हो रही है। सारी समस्याओं को पार्षद तैयब हुसैन ने एक-एक कर लिखा और जीत के बाद वृद्धजनों की समस्याओं को खत्म करने का वादा किया है।