बिलासपुर नगरीय निकाय चुनाव में हर के बाद अब कांग्रेस की अंतर कल सामने आने लगी है लगातार कांग्रेस नेताओं पर करवाई की जा रही है। पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ संयंत्र कर हराने के आरोप लग रहे है। बिलासपुर में भी कांग्रेस पार्टी में नया विवाद शुरू हो गया है। इस बार कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव पर पार्टी नेताओं ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग को है। विधायक अटल श्रीवास्तव पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने निष्कासन के लिए पीसीसी को पत्र लिखा है। कोटा विधायक पर आरोप है कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष (ग्रामीण) पर सार्वजनिक टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। केशरवानी ने कहा है कि कोटा विधायक ने कहा है कि केशरवानी ने मेरे सिने में छुरा घोपा है। यह आलोचना टीएस सिंहदेव के सामने की थी। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया, विधायक ने भीतरघात किया। निगम चुनाव में अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ काम किया है।जिला कांग्रेस कमेटी ने विधायक के निष्कासन की अनुशंसा की है। अब मामला प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास है और इस मामले में पीसीसी निर्णय लेगी।
पत्र में लिखे सशब्द
प्रति,
माननीय दीपक बैज जी अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस कमेटी रायपुर छत्तीसगढ़
विषय:- कोटा विधायक श्री अटल श्रीवास्तव पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने बाबत ।
महोदय,
विषयान्तर्गत लेख है की कल दिनांक 17.02.2025 को पूर्व उप मुख्यमंत्री माननीय टी. एस. सिहदेव जी का बिलासपुर आगमन हुआ था। माननीय श्री टी. एस. सिहदेव जी को प्रदेश संयुक्त सचिव श्री पंकज सिंह ने भोजन में आमंत्रित किये थे। माननीय टी. एस. सिहदेव जी से मिलने एवं स्वागत के लिए शहर के कांग्रेसजन गए थे। जिसमे कोटा विधायक श्री अटल श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। इसी बीच कोटा विधायक श्री अटल श्रीवास्तव ने ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी पर सार्वजनिक टिप्पणी करते हुए कहा कि “तुमने मेरे सिने में छुरा घोपा है” साथ ही उन्होंने मीडिया में बयांन दिया कि “चपरासी कलेक्टर को निकल रहे है।” ये बाते श्री अटल श्रीवास्तव ने नगर निगम व पंचायत चुनाव में कांग्रेस पार्टी के आधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ भीतरघात एवं खुलाघात करने वालो को संगठन द्वारा निष्कासित किये जाने के सन्दर्भ में नाराज होकर कहा। महोदय, कांग्रेस पार्टी के सम्मानित वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री माननीय टी. एस. सिहदेव जी के समक्ष अपनी ही पार्टी के जिलाध्यक्ष (ग्रामीण) के प्रति जनप्रतिनिधि द्वारा टिप्पणी करते हुए संगठन के जिला प्रमुख को “चपरासी” कहना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह संगठन की अवमानना एवं अनुशासन हीनता की दायरे में आता है। बिलासपुर नगर निगम चुनाव 2025 में विभिन्न वार्डो में कोटा विधायक श्री अटल श्रीवास्तव अपने समर्थको को टिकट दिलाना चाहते थे परन्तु वे लोग तय मापदंडो के अनुरूप नहीं थे इसलिए प्रदेश चयन समिति से उर्जावान व पार्टी के प्रति समर्पित सभी कार्यकर्ताओ को टिकेट दी गयी, परन्तु अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ खुलाघात एवं भीतरघात किये जाने कि शिकायत मिली व इस सम्बन्ध में लिखित प्रमाण भी प्रस्तुत किये गए तब लिखित शिकायत के बाद इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी के संविधान एवं नियम की पुस्तिका के अनुशासनात्मक नियम की कंडिका 4 में उल्लेखित नियमो व कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता के अंतर्गत की जाने वाली घोषणा के कंडिका 8 के उल्लंघन किये जाने पर जिलाध्यक्ष (ग्रामीण एवं शहर ) द्वारा प्राथमिक सदस्यता से छ: वर्ष के लिए निष्कासित किया गया। जिलाध्यक्षो ने पार्टी के नियमानुसार ही कार्यवाही की है परन्तु इस कार्यवाही को कोटा विधायक द्वारा व्यक्तिगत, द्वेषपूर्ण व जानबूझकर किये जाने की मंशा से मीडिया में अशोभनिय बयांन दिया जा रहा है उन्हें यह स्पस्ट करना चाहिए कि जिस जिला कांग्रेस कमेटी के अंतर्गत उनकी खुद प्राथमिक सदस्यता है उसकी कमेटी के अध्यक्ष को “चपरासी” कहना कितना उचित है ? | वही जिन्होंने पार्टी को नुकसान पहुचाया निगम चुनाव में अधिकृत प्रत्यासियो को हराने का काम किया उन्हें कोटा विधायक “कलेक्टर” बता रहे है। इस संबंध में आप स्वयं विवेक पूर्ण विचार करे कि उनका यह बयान कितना अनुचित है।