बिलासपुर नवरात्रि के 9 दिन तक देवी दुर्गा की उपासना कर दसवे दिन बंगाली समाज ने मां की विदाई के दौरान विधि विधान से पूजा अर्चना कर सिंदूर खेला का आयोजन किया। इस दौरान मां को सिंदूर लगाकर मिठाई खिलाई गई और पूजा कर परिवार और पति की लम्बी उम्र और सुख समृद्धि की कामना की गई। महिलाओं ने इस दौरान एक दूसरे को माथे पर तिलक लगाकर सिंदूर उड़ाकर नृत्य भी किया।
बिलासपुर बंगाली समाज हर साल नवरात्रि पर्व पर विशेष पूजा अर्चना किए। इस दौरान देवी दुर्गा पर भोग प्रसाद चढ़कर उनकी आराधना की गई। दसवें दिन दशहरा में सिंदूर खेला का आयोजन किया गया। इस दौरान मां को उनके गर्भ गृह से बाहर निकाल कर सिंदूर खेला का आयोजन किया। आयोजन में देवी दुर्गा की उपासना के साथ ही पूजा पाठ की की गई है। सुहागन महिलाएं इस दौरान एक दूसरे को सिंदूर लगाकर नृत्य करती रही, और एक दूसरे को अपनापन दिखाते हुए नृत्य कर रही थी। सिंदूर खेला में महिलाएं सोलह श्रृंगार कर आई थी। धार्मिक और सामाजिक महत्व बताते महिलाओं ने एक दूसरे का सम्मान कर आपस में मिलकर पर्व की बधाई के साथ ही नाम आंखों से देवी को विदाई दी। बिलासपुर के मिलन मंदिर में यह आयोजन किया गया जिसमें समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।